Go to #Link――>
【रेलवे / ट्रेन-18 का नाम बदलकर हो सकता है पवनदूत, दिल्ली से 8 घंटे में पहुंचेगी बनारस】
Dec 06, 2018, 09:28 AM IST
नई दिल्ली. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन यानी 25 दिसंबर पर देश की सबसे तेज ट्रेन-18 नई दिल्ली से वाया टूंडला-वाराणसी के लिए शुरू हो सकती है। ट्रेन 8 घंटे में दिल्ली से बनारस पहुंचेगी।...
more... यात्रियों को इस ट्रेन में सफर करने के लिए गतिमान, तेजस, राजधानी, शताब्दी जैसी ट्रेनों से भी अधिक किराया चुकाना पड़ सकता है। लेकिन, यात्रियों के लिए खुशी इस बात की है कि वे देश में सबसे तेज, बिना इंजन वाली, हवाई जहाज की तरह दिखने वाली हाईटेक ट्रेन में बैठने के रोमांच का अहसास कर सकेंगे।
ट्रैक की वजह से नहीं मिलेगी फुल स्पीड :
पैसा खर्च करने के बाद भी 180 किमी की स्पीड से यात्रा कर पाना फिलहाल मुमकिन नहीं होगा। इसका कारण है ट्रैक की गुणवत्ता। पैसेंजर और ट्रेन की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए 130 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से ज्यादा इसे नहीं दौड़ाया जा सकता। दिल्ली मंडल रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली से बनारस-टूंडला रूट पर ट्रेन का टाइम-टेबल तैयार किया गया है।
ट्रेन-18 नई दिल्ली से सुबह 6 बजे चल कर दोपहर 2 बजे बनारस पहुंचेगी। यही ट्रेन दोपहर में ढाई बजे वाराणसी से चलेगी, रात 11 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। रेल मंत्री ट्रेन को अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन यानी 25 दिसंबर पर चलाना चाहते हैं। ट्रेन-18 को आरडीएसओ से अनुमति मिलने का इंतजार है। अधिकारी का कहना है कि किसी कारण से आरडीएसओ अनुमति नहीं देता है तो ट्रेन के चलने का समय आगे बढ़या जा सकता है।
देश की पहली सेमी ऑटोमेटिक हाई स्पीड ट्रेन :
100 करोड़ से तैयार देश की पहली सेमी ऑटोमेटिक हाई स्पीड ट्रेन का नाम बदलने की चर्चा है। अधिकारी ने बताया कि ट्रेन 18 का नाम पूर्व पीएम के नाम पर अटल दूत रखा जा सकता है। ट्रेन 18 की 180 किमी प्रतिघंटे की स्पीड को देखते हुए वायुदूत, पवन-दूत, तरंग, बेग जैसे नामों पर विचार हो रहा है। पहले इसे शताब्दी से रिप्लेस करने की बात कही जा रही थी क्योंकि इसमें चेयरकार है।
click here