भारतीय रेल के जोनों को राज्यवार वर्गीकृत करना चाहिए, हर राज्य का अपना रेल निगम होना चाहिए जिसके अंतर्गत सम्बंधित राज्य का पूरा रेल नेटवर्क आना चाहिए व निगम को पूर्ण वित्तीय स्वायत्ता मिलनी चाहिए,
जिन राज्यों मे पावर सरप्लस है, खनिज व वनोपज अच्छी मात्रा मे, आबादी और भूमी मे संतुलन भी ठीक है वहाँ रेल विकाश की अपार सम्भावनायें.है,