हनुमानगढ़ के बीच इलेक्ट्रिक रेलवे ट्रैक का काम पूरा हो गया है। 92 किलोमीटर की दूरी में करीब 3180 पोल लगाए जा चुके हैं। इस बीच रेलवे ट्रैक्शन सदस्य और डीआरएम सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने मंगलवार को बठिंडा से हनुमानगढ़ होते हुए सूरतगढ़ तक ट्रैक का विंडो निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। इस बीच अधिकारियों ने वापिस हनुमानगढ़ जंक्शन पहुंचकर सादुलपुर ट्रैक का भी जायजा लिया। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इसी माह के अंत तक बठिंडा-हनुमानगढ़ इलेक्ट्रिक ट्रैक का सीआरएस दौरा संभावित है। इसके मद्देनजर रेलवे तैयारी में जुट गया है। सीआरएस से हरी झंडी मिलने के बाद इस ट्रेक पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू हो सकेगा। बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक ट्रेन के लिए पावर यार्ड हनुमानगढ़ में ही बनेगा। यहीं पर पावर बदली जाएगी।
गौरतलब...
more... है कि केंद्र सरकार ने पिछले रेल बजट में हिसार से बठिंडा होते हुए सूरतगढ़ तक रेलवे ट्रैक पर करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से विद्युतीकरण की घोषणा की थी जिसे निर्धारित अवधि में पूरा करने की कवायद चल रही है।
एक और खुशखबर, हनुमानगढ़ जंक्शन स्टेशन पर बनेगी सैकंड विंडो, रेलवे ने लगाया 90 लाख का टेंडर
जंक्शन स्टेशन पर कई सालों से सैकंड विंडो की मांग कर रहे लोगों के लिए भी खुशखबर है। रेलवे सैकंड विंडो के लिए 90 लाख रुपए के एस्टीमेट को मंजूरी देते हुए निर्माण शाखा ने टेंडर लगा दिया है। अधिकारियों के मुताबिक सैकंड विंडो को कनेक्विटी के लिए एफओबी भी बनेगा। इस एफओबी के लिए दो करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। सैकंड विंडो बनने से गांधीनगर की तरफ से आने वाले यात्रियों को वहीं पर टिकट मिल सकेगी। ऐसे में जल्दबाजी में होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी वहीं एक नंबर प्लेटफार्म की टिकट विंडो पर भी दबाव कम होगा। यहां बतादें कि सैकंड विंडो की परेशानी को लेकर नागरिकों ने कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपे। दैनिक भास्कर ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
बठिंडा-हनुमानगढ़ के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन के बाद सूरतगढ़ तक होगा संचालन
रेलवे की ओर से हिसार से बठिंडा होते हुए सूरतगढ़ तक विद्युतीकरण का काम चार चरणों में किया जाना हैं। इसमें हिसार से सिरसा, सिरसा से बठिंडा, बठिंडा से हनुमानगढ़ और आखिर में हनुमानगढ़ से सूरतगढ़ तक रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया जाना है। इसके लिए हिसार व सिरसा के बाद बठिंडा से हनुमानगढ़ के बीच काम पूरा हो चुका है।
सूरतगढ़ : स्पेशल ट्रेन से विंडो निरीक्षण किया, रेलवे अिधकारियों से ट्रेन शुरू करने के लिए की चर्चा
सूरतगढ़| बठिंडा से थर्मल स्टेशन तक प्रस्तावित इलेक्ट्रिक ट्रेन को लेकर दिल्ली रेलवे बोर्ड सदस्य घनश्याम सिंह व मुख्य चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आरके आटोलिया ने मंगलवार को स्पेशल ट्रेन से विंडो निरीक्षण किया। इस बीच डीआरएम अनिलकुमार दुबे ने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। सुबह 11 बजे दिल्ली रेलवे बोर्ड सदस्य सिंह, मुख्य चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आटोलिया व डीआरएम दुबे सूरतगढ़ स्टेशन पहुंचे। उन्होंने ट्रेनों के संचालन, इलेक्ट्रिकल साइट, ट्रैक, मशीन, रनिंग रूम, यार्ड व विद्युतीकरण के काम का निरीक्षण किया। मुख्य चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने बताया कि मार्च तक इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए इंजीनियर विद्युतीकरण का काम तेजी से कर रहे हैं। इसके बाद उन्होंने विभाग के अधिकारियों से ट्रेन शुरू करने को लेकर चर्चा की।
ये होंगे फायदे
- ट्रेनों की औसत स्पीड में बढ़ोतरी होगी।
- वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
- विद्युत इंजन की शक्ति डीजल इंजन से अधिक होने के कारण अधिक माल ढुलाई व कोच संख्या में बढ़ोतरी।
- ट्रेनों की आवाजाही बढ़ेगी।
- डीजल खपत कम होने से रेलवे की लागत में कमी आएगी।